तुम्हारी आँखें हैं कि जादू का समंदर
Sunday, May 10, 2009
मेरी आरजू का
मेरी आरजू का शहर होगा ही होगा
रेत
के सेहरा में शजर होगा ही होगा
मेरे होसलो में कमी आएगी कैसे,
माँ दुआएं दे तो असर होगा ही होगा
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment