अहसाँ होगा मेरी कमाई मेरा धन लौटा दो ना
मेरा मन है पास तुम्हारे मेरा मन लौटा दो ना
तुम अपनी आंखों में मेरे अश्क कहाँ तक लाओगे ,
थक जाओगे ,आओ मुझको ये सावन लौटा दो ना
ऐसे भी दीवाने हैं जो अपना खून पिला देंगे
तुमसे नही सींचा जाता तो तुम गुलशन लौटा दो ना
तुमने मेरा रास्ता कितना ज़्यादा मुश्किल कर डाला
ये फिर आसां हो जाएगा तुम उलझन लौटा दो ना
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